Sunday, April 27, 2014

Gaya (Cow) Facts

गाय का अनंत ज्ञान - विज्ञानं तीव्र होता है ।

पौराणिक कथाओं में तो गाय के बोलने का उल्लेख हैं । वह किसी आसन्न दुर्घटना की चेतावनी अपने स्वामी को देकर उसके बचने में सहायक होती थी । तब विधाता ने गाय को मूक कर दिया ताकि विधि के विधान में परिवर्तन ना हो ।

गाय लोगों के सुख दुःख में प्रभावित होती है । गायों के आंसू बहाने तथा अपने स्वामी से सहानुभूति में आहार न करने के अनेकों उदाहरण हैं ।

संकट का पूर्व ज्ञान :

महाराष्ट्र के लातूर में ३० सितंबर, १९९३ के दिन एक विनाशकारी भूकंप आया । उस स्थान पर रहनेवाली देवानी गायें उसके कुछ दिन पहले लोगों को चेतावनी के रूप में विचित्र व्यवहार करने लगीं, जैसे रोना, कूदना । उस चेतावनी को हम समझ नहीं पायें ।
२००४ की सुनामी के पहले भी ऐसी घटनाएँ घटी । तब बरगूर, अंब्लाचेरी और कंगायम प्रजाति की गायों ने भी ऐसा ही विचित्र व्यवहार किया । हम पुनः उस संदेश को समझ नहीं पायें । क्या येसी प्रकृति तथा मानव जाती की हितैसी गायो को राष्ट्रिय प्राणी घोषित नहीं होना चाहिए ? कृप्या हरेक मित्र प्रधान मंत्री को कम से कम एक बार मेल करे या पत्र लिखे मेल आई डी पता लिख रहे है 

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